ऑटो रिक्शा चालक की बेटी जो बनीं मिस इंडिया सेकेंड रनर
डेस्क : इस वक्त सोशल मीडिया पर एक चेहरा छाया हुआ है, आपको बता दें कि वो चेहरा वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया 2020 की विजेता मान्या सिंह का है। मान्या सिंह के पिताजी ऑटो चलाते हैं और उन्होंने अपनी बेटी की परवरिश ऑटो चला कर ही की है। मान्या बताती है कि जब वह छोटी थी तो उनको खाने को भी नहीं मिलता था। ऐसे में उन्होंने कई रात बिना खाने के बिताईं हैं और उन्हें ठीक से नींद भी नहीं आती थी।

बिना खाए उनके पेट में मरोड़ के कारण दर्द होता था। लेकिन, किसी तरह गुजर बसर चल रही थी। उन्होंने ज्यादा पढ़ाई भी नहीं की क्योंकि कम उम्र में ही उन्हें काम करना पड़ गया था। काम करने की वजह पैसों की तंगी कुछ कम जरूर हुई थी, लेकिन उनकी सारी मेहनत तब रंग लाई जब उन्होंने वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया 2020 का खिताब जीत लिया। जब उनको परीक्षा की फीस देनी होती थी तो उनकी मां अपने गहने बेच देती थी और फिर फीस भर्ती थी। वह कहते हैं कि उन्होंने बचपन में बहुत ही दुख झेले हैं और मात्र 14 साल की आयु में उन्हें घर छोड़ना पड़ गया था। सुबह पढ़ाई करती और शाम को बर्तन धोते थी एवं रात को कॉल सेंटर में काम करती थी।

वह आज जिस मंच तक पहुंच गई है। उसका सारा श्रेया अपने माता पिता और भाई को देना चाहती हैं। बता दें कि अगर खुद पर विश्वास हो तो सारे सपने पूरे किए जा सकते हैं। आपको बता दें कि मिस इंडिया 2020 का आयोजन मुंबई के होटल में किया गया था। यहां पर चित्रांगदा सिंह, नेहा धूपिया और पुलकित सम्राट के साथ प्रसिद्ध डिजाइनर भी मौजूद थे। सब ने मिलकर इस इवेंट को होस्ट किया था। मान्या सिंह की इस कामयाबी की वजह से उनके माता-पिता बेहद खुश हैं और जब उन्होंने यह खबर सुनी की उनकी बेटी मिस इंडिया बन गई है तो उनकी खुशी के आंसू नहीं रुके।