मां-बाप को कांवड़ में बिठाकर यज्ञ स्थल तक पहुंचाया बेटा, लोगों ने कहा- यही है आज के श्रवण कुमार..

डेस्क: वर्तमान युग में आजकल के बच्चे माता-पिता को किस तरह से सम्मान देते हैं, यह बात तो हर कोई जानता है, लेकिन कभी-कभी तस्वीरें ऐसे भी निकल कर सामने आती है जिसे देखने के बाद लगता है, सच में आज भी और सतयुग के श्रवण कुमार जिंदा है, ताजा मामला बिहार के गया जिला से आया है, जहां एक बेटा ने अपने माता-पिता को कांवर में बैठाकर 3 किलोमीटर दूर यज्ञ स्थल तक पहुंचाया, यह तस्वीर देख हर कोई हैरान रह गया,

लोगों के मुख से बस यही सवाल आ रहा था, यही है वर्तमान युग के सरवन कुमार..बता दे की गया जिले के गुरुआ प्रखंड की चिलोरा पंचायत के ढिबरा गांव में शुक्रवार दोपहर कुडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। मौके पर लोग अलग-अलग गांवों से पहुंचे और मोरहर नदी से जल भरकर यज्ञ स्थल पहुंच रहे थे। गया के रविचंद्र चक्रधारी भी अपने मां-बाप के साथ नदी के तट पर पहुंचे। नदी से जलबोझी कर जब मां-बाप के हाथ में लोटा थमाकर उन्हें कांवड़ में बैठाया तो लोग यह दृश्य देख भाव-विभोर हो गए।

बता दे की शुक्रवार को शुरू हुए महायज्ञ का भक्तों ने ही उद्घाटन किया। यज्ञ में इस्तेमाल होने वाला पानी भक्त मोरहर नदी से लेकर आ रहे थे। इसी बीच पूरी तैयारी के साथ अपने मां-बाप के साथ रविचंद्र चक्रधारी तट पर पहुंचे। वहां से जल लेकर अपने मां-बाप को कांवड़ पर बैठाया और तीन किमी की दूरी तय करते हुए यज्ञ स्थल पर पहुंच गए। इस दौरान काफी भीड़ लग गई। कांवड़ में बैठे चक्रधारी के मां-बाप लोटे में पानी ले कर बड़े गर्व के साथ बैठे थे।

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